Tokyo Olympics 2021 | Olympics Motto | Olympics History | India’s Performance In Tokyo Olympics

Tokyo Olympics 2021 29वा संस्करण 23 जुलाई 2021 से जापान के टोक्यो में शुरू होने जा रहा है ये संस्करण 2020 में हीं शुरू होने वाले थे किंतु कोविड-19 के वजह से प्रतियोगिता को आगे बढ़ाया गया।

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Tokyo Olympics 2021 logo
Tokyo Olympic

ओलम्पिक विश्व में जितनी भी प्रतियोगिता हैं उनमें सबसे आगे और बड़ा प्रतियोगिता है। ओलम्पिक में कई प्रकार के खेलों को मिलकर हजारों खिलाड़ी भाग लेते हैं शीतकालीन और ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक प्रतियोगिता को मिलाकर कुल 200 या उससे अधिक देश भाग लेते हैं। ओलम्पिक के कुछ महत्वपूर्ण सवालों का उत्तर जानने का प्रयास करते हैं….

ओलम्पिक नाम कैसे रखा गया ? Tokyo Olympics 2021

प्राचीन काल में ओलंपिया नामक पर्वत पर खेले जाने के कारण इसका नाम ओलंपिक रखा गया तब से ही इसे ओलम्पिक कहा जाने लगा। 4 वर्ष पर आयोजित होने के कारण इसे ओलंपियार्ड कहा जाता है।

Olympics History या ओलम्पिक शुरुवात कब और कैसे हुई ?

ओलम्पिक प्रतियोगिता की शुरुवात 779 BC मानी जाती है उसे प्राचीन ओलम्पिक कहा जाता है और आधुनिक ओलंपिक वर्ष 1896 ई० से शुरू होता है। ओलम्पिक का इतिहास बहुत ही पूरा है।
प्राचीन समय में जब शांति का वातावरण रहता था कोई युद्ध या बड़ी लड़ाई नहीं होती तो ग्रीस या यूनान की राजधानी एथेंस में आस पास के जो बलशाली लोग होते थे उनको बुलाया जाता और ओलंपिया पहाड़ पर प्रतियोगता आयोजित किया जाता। शुरुवाती प्रतियोगिता में मुक्केबाजी, घुड़सवारी, घुड़ सवारी, रथ दौड़ और सैनिक प्रशिक्षण जैसे खेल होता था जो भी जीतता उसे मूर्ति और कविता से प्रोत्साहित किया जाता था।
बताया जाता है कि ओलम्पिक छठवीं और पांचवीं शताब्दी में ओलम्पिक खेलों की लोकप्रियता चरम पर पहुंच गई थी। लेकिन बाद में रोमन साम्राज्य की बढ़ती शक्ति से ग्रीस खासा प्रभावित हुआ और धीरे-धीरे ओलम्पिक खेलों का महत्व गिरने लगा। 393 ई० में बंद हो गई इसके बाद 1896 से शुरू हुई।

ओलम्पिक का मुख्यालय कहां है ? Tokyo Olympics 2021

ओलम्पिक का मुख्यालय लुसाने,स्वीटजरलैंड (फ्रांस) में है।

ओलम्पिक की स्थापना कब और इसके वर्तमान अध्यक्ष कौन हैं ?

ओलम्पिक की स्थापना 23 जून 1894 को हुआ और इसके वर्तमान अध्यक्ष थॉमस बाच हैं ।

आधुनिक ओलम्पिक का मेजबानी करने वाले देश की सूची (Tokyo Olympics 2021)

क्र०स०मेजबान देशस्थानवर्ष
1ग्रीसएथेंस1896
2फ्रांसपेरीस1900
3अमेरिकालॉस एंजेलिस1904
4इंग्लैंडलंदन1908
5स्वीडनस्टॉकहोल्म1912
6बेल्जियमएंट्रवप1920
7फ्रांसपेरीस1924
8नीदरलैंड्सएम्स्टर्डम1928
9अमेरिकालॉस एंजेलिस1932
10जर्मनीबर्लिन1936
11इंग्लैडलंदन1948
12फिनलैंडहेलिंसकी1952
13ऑस्ट्रेलियामेलबर्न1956
14इटलीरोम1960
15जापानटोक्यो1964
16मैक्सिकोमैक्सिको1968
17वेस्ट जर्मनीम्यूनिख1972
18कनाडामोंट्रियल1976
19सोवियत संघमास्को1980
20अमेरिकालॉस एंजेलिस1984
21दक्षिण कोरियासियोल1988
22स्पेनबार्सिलोना1992
23अमेरिकाएटलांटा1996
24ऑस्ट्रेलियासिडनी2000
25ग्रीसएथेंस2004
26चीनबीजिंग2008
27इंग्लैंडलंदन2012
28ब्राजीलरियो डी जनेरियो2016
29जापानटोक्यो2020-21
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ओलम्पिक के कुछ महत्वपूर्ण बातें (Tokyo Olympics 2021):-

Tokyo Olympics 2021 flag
Olympic Flag

ओलंपिक झंडा (ध्वज):- ओलम्पिक ध्वज- बेरोंन पियरे डी कोबर्टीन के सुझाव पर 1913 में ओलम्पिक ध्वज का सृजन हुआ जून 1914 को इसका विधिवत उद्घाटन पेरिस में हुआ इस ध्वज को सर्वप्रथम 1920 के एंटवर्प ओलम्पिक में फहराया गया।


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ओलम्पिक झंडा प्रतीक:- ओलंपिक झंडा में सिल्क के सफेद कपड़े पर 5 रंगों की रिंग बनया गया है जो आपस में जुड़े हुए हैं। जो विश्व के 5 महाद्वीपो के प्रतिनिधित्व करने के साथ ही निष्पक्ष एवं मुक्त स्पर्धा का प्रतीक है नीला चक्र – यूरोप, पीला चक्र – एशिया, काला चक्र- अफ्रीका, हरा चक्र- ऑस्ट्रेलिया, लाल चक्र – उत्तरी एवं दक्षिणी अमेरिका

ओलम्पिक का उद्देश्य (Olympic Motto):- वर्ष 1897 में फादर डिडोन द्वारा लैटिन भाषा में रचित सिटियस, अल्टीयस, फोर्टियस ओलम्पिक के उद्देश्य है जिनका अर्थ है तेज़,ऊंचा,बलवान । इसको पहली बार 1920 में ओलम्पिक के उद्देश्य के रूप में एंटवर्प (बेल्जियम) ओलम्पिक खेलो में प्रस्तुत किया गया।

ओलम्पिक मशाल:- इसे जलाने की शुरुआत 1928 से एम्स्टर्डम ओलम्पिक से हुई। 1936 में बर्लिन ओलम्पिक में मशाल के वर्तमान स्वरूप को अपनाया गया। इसी समय से मशाल को आयोजित स्थल तक लाने का प्रचलन शुरू हुआ।इस मशाल को खेल शुरू होने के कुछ दिन पूर्व यूनान के ओलम्पिया में हेरा मन्दिर के सामने सूर्य की किरणों से प्रज्वलित किया जाता है विभिन्न खिलाड़ियों द्वारा वहाँ से आयोजन स्थल तक लाया जाता है इसी मशाल से खेल समारोह विशेष की मशाल प्रज्वलित की जाती है। बकरीद में बकरे की कुर्बानीक्यों दी जाती है

Tokyo Olympics 2021 masal
Olympic Masal

ओलम्पिक पदक:- ओलम्पिक खेलों में तीन प्रकार के मेडल होते हैं 1. स्वर्ण पदक 2. रजत पदक 3. कांस्य पदक.

भारत का ओलम्पिक में प्रदर्शन (Tokyo Olympics 2021)

भारत की ओर से ओलंपिक में अब जो प्रदर्शन हुआ है वो निम्न बिंदुओं में प्रदर्शित किया गया है…

  • भारत ने ओलम्पिक में वर्ष 1900 (पेरिस) में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और नॉर्मन पिचर्ड ने दौड़ में भाग लिया था और दो रजत पदक जीते थे ये आजादी के पहले की बात है।
  • भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने शानदार प्रदर्शन 1928(एम्स्टर्डम) में दिग्गज खिलाड़ी ध्यानचंद की नेतृत्व में 29 गोल दागे थे और ध्यानचंद ने फाइनल मुकाबले में नीदरलैंड्स के खिलाफ 14 गोल हैट्रिक के साथ किए थे वो भी बिना गोल खाए हुए और पहली बार 1928 में पहला स्वर्ण पदक जीता था।
  • भारतीय हॉकी पुरुष टीम, स्वर्ण पदकलॉस एंजिल्स 1932 इस ओलम्पिक में ध्यानचंद के साथ रूप सिंह ने भी शानदार प्रदर्शन करते हुए एक और स्वर्ण पदक जीत लिया।
  • 1936 बर्लिन में भारतीय हॉकी पुरुष टीम, स्वर्ण पदक।
  • 1948 लंदन में भारतीय हॉकी पुरुष टीम स्वर्ण पदक भारत अब स्वतंत्र हो चुका था और बलबीर सिंह ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 2 पदक अपने नाम किए।
  • 1952 हेलसिंकी में भारत ने दो पदक जीते भारतीय हॉकी पुरुष टीम, स्वर्ण पदक और केडी जाधव, कांस्य पदक – मेंस बैंटमवेट- रेसलिंग।
  • 1956 मेलबर्न में भारतीय हॉकी पुरुष टीम, स्वर्ण पदक।
  • 1960 रोम में भारतीय हॉकी पुरुष टीम, रजत पदक पाकिस्तान के हाथों 1-0 मैच गवां दिया और स्वर्ण पदक इस वर्ष नहीं जीत पाए।
  • 1964 टोक्यो में भारतीय हॉकी पुरुष टीम, स्वर्ण पदक ।
  • 1968 मैक्सिको सिटी में भारतीय हॉकी पुरुष टीम, कांस्य पदक नाम किया।
  • 1972 म्यूनिख में भारतीय हॉकी पुरुष टीम, कांस्य पदक जीता।
  • 1980 मास्को में भारतीय हॉकी पुरुष टीम, स्वर्ण पदक जीता।
  • 1996 अटलांटा में लिएंडर पेस, कांस्य पदक – पुरुष एकल टेनिस।
  • 2000 सिडनी में कर्णम मल्लेश्वरी, कांस्य पदक – वूमेंस 54 किग्रा वेटलिफ्टिंग, पहली बार कोई भारतीय महिला द्वारा ओलम्पिक के पदक जीता गया।
  • 2004 एथेंस में राज्यवर्धन सिंह राठौर, रजत पदक – मेंस डबल ट्रैप शूटिंग।
  • 2008 बीजिंग में अभिनव बिंद्रा, स्वर्ण पदक – मेंस 10 मीटर एयर राइफल शूटिंग और विजेंदर सिंह, कांस्य पदक – मेंस मिडिलवेट बॉक्सिंग, सुशील कुमार, कांस्य पदक – मेंस 66 किग्रा कुश्ती।
  • 2012 लंदन में गगन नारंग, कांस्य पदक – मेंस 10 मीटर एयर राइफल शूटिंग, सुशील कुमार, रजत पदक – मेंस 66 किग्रा रेसलिंग, विजय कुमार, रजत पदक – मेंस 25 मीटर रैपिड पिस्टल शूटिंग, मैरी कॉम, कांस्य पदक – वूमेंस फ्लाईवेट बॉक्सिंग, योगेश्वर दत्त, कांस्य पदक – मेंस 60 किग्रा कुश्ती,साइना नेहवाल, कांस्य पदक – वूमेंस सिंगल्स बैडमिंटन।
  • 2016 रियो में पीवी सिंधु, रजत पदक – वूमेंस सिंगल्स बैडमिंटन, साक्षी मलिक, कांस्य पदक – वूमेंल 58 किग्रा रेसलिंग।
  • 2020 Tokyo में अब तक मीराबाई चानू रजत पदक – वेट लिफ्टिंग, पीवी सिंधू कांस्य पदक – बैडमिंटन, पुरूष हाॅॅॅॅकी टीम कांस्य पदक, रवि दहिया रजत पदक कुस्ती, लवलीन बोरगोहन कांस्य पदक बॉक्सिंग, नीरज चोपड़ा स्वर्ण पदक भला फेंक,बी पुनिया कांस्य पदक कुश्ती (India’s Performance In Tokyo Olympics)

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