बरसात की वो रात: A Romantic Love Story In Hindi (1)

आज की कहानी का शीर्षक है ‘बरसात की रात’ जो की A Romantic Love Story In Hindi है. वो कहते हैं न समय से पहले किसी को कुछ नहीं मिलता है वो वास्तव में सही कहा गया है। मैं करीब 35 वर्ष का हो गया हूं लेकिन मुझे आज तक किसी से प्रेम नहीं हुआ। मेरे अंदर किसी चीज की कोई कमी नहीं थीं लेकिन पता नहीं लड़कियों को क्यूं नहीं मैं पसंद आता था लेकिन खैर वो बरसात जो हमारे जीवन में प्रेम का फूल खिला गया इसके लिए मैं ईश्वर को धन्यवाद कहना चाहता हूं.

Barsat Ki Rat (A Romantic Love Story In Hindi)

A Romantic Love Story In Hindi
Romantic Love Story

Love Romance Story: बात 13 जुलाई 2016 की है जब मैं अपने ऑफिस से काम खत्म कर करीब 7 बजे शाम को घर के लिए निकला ऑफिस से घर की दूरी करीब 3 किलोमीटर थी. ऑफिस के पास हीं यात्री शेड भी था जहां 8 नंबर की बस आती थी जो मेरे घर से होते हुए आगे चली जाती थी। उस दिन मुझे ऑफिस से निकलने के ठीक पहले बस जा चुकी थी तो मुझे करीब 15-20 मिनट इंतजार करने थे की कोई और दूसरा बस आए। इसी बीच मौसम ने अपनी अंगड़ाई ली और बरसात शुरू हो गई।

देखते हीं देखते बरसात तेज हो गई और यात्री शेड में लोगों को संख्या भी बढ़ती गई। तब हीं मेरी नज़र रोड पर पड़ी जहां एक खूबसूरत लड़की अपनी स्कूटी को चालू कर रही थीं लेकिन उसकी स्कूटी चालू नहीं हो रही थी। बरसात और तेज हो गई सभी लोग बरसात से बचने के लिए इधर उधर छिप रहे थे लेकिन वो लड़की अपनी स्कूटी के साथ बरसात में खड़ी की खड़ी थी लोग आ – जा रहे थे लेकिन वो ज्यों की त्यों अपनी स्कूटी को चालू करने के लिए बार बार स्टार्ट स्विच को दबाए जा रही थी लेकिन स्कूटी चालू हीं नहीं हो रही थी वो बार बार इधर से उधर देखे जा रही थी।

जब मैंने उस लड़की को देखा तो ऐसा लगा मानों इससे ज्यादा खूबसूरत लड़की आज तक नहीं देखी (Love In Rain) बारिश की वजह से वो पूरी तरह से सराबोर हो चुकी थी उसकी बालों की कुछ गुच्छे उसके गोरे गाल को चूम रहे थे मैं शेड से यही देख रहा था मेरे मन में एक सवाल आया की क्यूं न उसकी हेल्प की जाए। मैंने भींगते हुए उस लड़की के पास गया और कहा की क्या मैं स्कूटी को चालू करूं तो उसने मेरे तरफ देखते हुए पीछे हट गई.

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मैंने चाभी डाल कर चौक ऑन कर के किक मारी स्कूटी चालू हो गई इसके बाद मैने उसके चेहरे को देखा तो लगा मानों वो बहुत ही खुश थी लेकिन वो अंदर हीं अंदर मुस्कुरा रही थी अपनी खुशी बाहर नहीं आने दी।  इसके बाद मैने लीजिए यह चालू हो गई फिर उसने स्कूटी पर बैठी और ये Thank You बोलते हुए अपना हाथ आगे की और फिर अपना नाम स्नेहा बताया मैने भी अपनी हाथ बढ़ाते हुए Welcome के साथ साथ (विशाल) नाम बताया।