Best love stories Devar Bhabhi Romantic Love Story Bhabhi Se Hua Pyar | Romantic Triangle Love Story Ep-05

Best Love Stories Devar Bhabhi आज मैं आप सब को एक Romantic Love Story सुनाने जा रहा हूं जिसका शीर्षक है भाभी से हुआ प्यार.

नमस्कार 🙏  मैं आप सबको अपने सच्ची कहानी इस पेज में आप सबका स्वागत करता हूं आप सब को अगर मेरे द्वारा प्रस्तुत की गई कहानी अच्छी लगी हो और उससे आप को कोई जानकारी प्राप्त हुई हो तो आप अपने दोस्तों में और Facebook पर शेयर करें। अगर आप चाहते हैं की कोई भी कहानी छूटे नहीं तो आप हमारे Web Page को नीचे दिए घंटी को दबाकर जरूर SUBSCRIBE करें.

आप सब को अगर मेरे द्वारा प्रस्तुत की गई कहानी अच्छी लगी हो और उससे आप को कोई जानकारी प्राप्त हुई हो तो आप अपने दोस्तों में और Facebook पर शेयर करें। अगर आप चाहते हैं की कोई भी कहानी छूटे नहीं तो आप हमारे Web Page को नीचे दिए घंटी को दबाकर जरूर SUBSCRIBE करें.

Best Love Stories Devar Bhabhi: Bhabhi Se Hua Pyar (भाभी से हुआ प्यार)

Best love stories Devar Bhabhi

ये कहानी एक सुखी संपन्न व्यवसायी परिवार की है जहां कुल मिलाकर चार सदस्य थे दो बच्चे और दो मियां बीबी जो मियां थे उनका नाम बलविंदर सिंह था उनकी पत्नी का नाम श्यामा . दोनों एक दूसरे से बहुत प्यार करते थे उनके दो बच्चे थे उनका नाम राजेंद्र और महेंद्र था राजेंद्र बड़ा था और महेंद्र छोटा. बलविंदर सिंह चायपति का बहुत बड़ा कारोबार करते थे और उसका कारोबार भी दिन दुगना रात चौगुना बढ़ते जा रहा था इनके व्यापार को बढ़ते देख उनके प्रतिद्वंदी व्यापारी इनसे जलते रहते थे जिसके कारण कभी कभी इन्हें व्यापार में नुकसान भी देखने को मिलता था।

Also Read  My Story Unconditional Love: जब 18 साल की लड़की का दिल आया 61 साल के बूढ़े पर सच्ची प्रेम कहानी

इन्होंने दोनों बेटों को उच्च शिक्षा के लिए देश से बाहर भेज दिया और खुद भी अपने आप को व्यापार में लीन कर लिया इसी बीच व्यापार में ज्यादा नुक्सान होने के वजह से उनको हार्ट अटैक आया और इस दुनिया को अलविदा कह गए। जिसकी सूचना उनके दोनों बेटे को दिया गया दोनों बेटे भी अपने मृत पिता से मिलने के लिए गांव आ गए और उन्हें अंतिम संस्कार के साथ साथ सभी रश्मों करने के बाद उनकी मां ने उन्हें जाने नहीं दे रही थीं तभी बड़े बेटे राजेंद्र ने कहा कि मां मैं यहीं रुक जाता हूं और छोटे को पढ़ने के लिए वापस भेज देता हूं ताकि वो बाबूजी के सपने को साकार कर सके ये सुनकर मां भी इजाज़त दे दी और महेंद्र पुनः विदेश लौट गया।

अब राजेंद्र और उनकी मां दोनों अकेले हीं घर पर थे राजेंद्र अब अपने पिता की विरासत को संभालने के लिए तैयार हो चुका था उसकी मां ने व्यापार करने के सभी छोटे छोटे गुण बता दी थी। राजेंद्र अब अपने पिता की ऑफिस में जाने लगा और अपने बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए सभी कर्मचारियों से मुलाकात कर बैठक किया और व्यापार को आगे बढ़ाने के लिए कर्मचारियों के संग मिलकर काम करना शुरू कर दिया और देखते हीं देखते राजेंद्र के चाय का व्यापार पहले जैसे हीं रंग में लौट चुका था लेकिन राजेंद्र के दिमाग में हमेशा अपने व्यापार और उसके पारिवारिक रूतबे को ऊपर उठाने के लिए चिंतित रहता था।

Google News

 

x
x
सरेयाम रोमांटिक हुए महालक्ष्मी और रविंद्र साल 2022 के कुछ यादगार लम्हें Indian Cricketer Ishan Kishan ये हैं आज के सबसे गरीब मुख्यमंत्री
%d bloggers like this: